ऐसी कोई भी प्राकृतिक घटना जिससे मनुष्य के जीवन के साथ पर्यावरण को हानि पहुंचे प्राकृतिक आपदाएँ कहलाती है। सदियों से प्राकृतिक आपदायें मनुष्य के अस्तित्व के लिए चुनौती रही है। इन आपदाओं को ‘ईश्वर का प्रकोप भी कहा जाता है। आज मनुष्य अपने निजी स्वार्थ के लिए वनों, जंगलो, मैदानों, पहाड़ो, खनिज पदार्थो का अंधाधुंध दोहन कर रहा है। उसी के परिणाम स्वरुप प्राकृतिक आपदायें दिन ब दिन बढ़ने लगी है।प्राकृतिक आपदाओं के कई प्रकार हैं –
बाढ़
सूखा (अकाल)
महामारी
भूकम्प आदि आदि।
इसी क्रम में वर्तमान में कोरोना जैसी महामारी ने पूरे विश्व में तबाही मचा रखी हैं।इस कोरोना महामारी ने मानव जीवन को अस्त व्यस्त कर रखा है। जिसका अब तक कोई पूर्ण समाधान नही मिला। सिर्फ बचाव ही उपचार है।
हम पर जब भी कोई आपदा या विपत्ति आती हैं तो भगवान को जरूर याद करते हैं। वह ही सबका रक्षक है।
लेकिन प्रश्न यह उठता है। वह कौन है उसका नाम क्या है
व कहाँ रहता है। जानकारी के लिए click करे
पूर्ण संत पूर्ण परमात्मा की शक्ति से युक्त होते हैं। वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज पूर्ण गुरु/संत है। जो शास्त्रानुसार ज्ञान व सतभक्ति बताते हैं जिससे लाखों लोगों की असाध्य बीमारीयां (जैसे कैन्सर, एड्स) ठीक हुई।
साथ ही पूर्ण परमात्मा को प्राप्त करने का भक्ति मार्ग मिला।
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